घटना विवरण:

दिनांक 24/09/2022 को फरियादी पुष्पेंद्र पटेल पिता राजभान सिंह पटेल उम्र 38 वर्ष निवासी हाल हरनामपुर थाना मैहर ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि मै केजेएस सीमेन्ट फैक्ट्री मैहर मे फिटर का कार्य करता हूँ तथा श्रमिक संगठन सीटू मे महामंत्री के पद पर हूँ मनीष शुक्ला पिता प्रह्लाद शुक्ला उम्र 32 वर्ष निवासी ग्राम नकतरा थाना मैहर मेरे साथ केजेएस फैक्ट्री में यूटीलिटी आपरेटर के पद पर कार्य करते थे और संगठन के अध्यक्ष पद पर थे। दिनांक 19/09/2022 को मेरी और मनीष शुक्ला की फैक्ट्री में बी शिफ्ट मे डियूटी 02.00 बजे से रात्रि 10.00 बजे तक थी। शिफ्ट खत्म होने पर मै और मनीष शुक्ला फैक्ट्री से मनीष शुक्ला की मोटर सायकल से घर जाने के लिए बाहर निकले मोटर सायकल को मनीष शुक्ला चला रहे थे उस समय रात्रि के करीब 10.06 बजे थे।मुझे मनीष शुक्ला ने मेरे घर के पास मोटर सायकल से उतार कर अपने घर के लिए बाईपास वाले रास्ते से निकल गये उनके निकलने के बाद करीवन 10:27 बजे मेरे मोबाइल पर एक अनजान व्यक्ति का फोन आया जिसको मैने अटेंड किया तो उस फोन पर मनीष शुक्ला मेरे से बात किये बोले कि मेरे को वाईपास के पास बहुत मारे है जल्दी आ जाओ तब मै अपने साथी नीलेश्वर गुप्ता को फोन लगाकर बताया और नीलेश्वर को बुलाया नीलेश्वर गुप्ता मेरे पडोस मे रहते है जो तुरन्त आ गये फिर हम दोनो लोग मेरी स्कूटी से हरनामपुर बाईपास पहुचे वहाँ पर कई लोग खडे थे मेरे पूछने पर मुझसे मनीश शुक्ला ने बताया कि तीन लोग पीछे से मोटर सायकल से आये थे जो मेरे सिर मे पीछे से राड से मारपीट किये है और पैर मे भी मारे है मैने देखा कि मनीष शुक्ला के सिर पैर मे चोटे थी तब मैं और नीलेश्वर गुप्ता दोनो मनीष शुक्ला को लेकर मैहर अस्पताल गये जहां से डाक्टर ने उनकी हालत को देखते हुए तुरन्त बेहतर उपचार हेतु सतना रेफर कर दिया तब हम लोग मनीष शुक्ला को तुरन्त लेकर नाहर नार्सिंग होम सतना पहुचे जहां मनीष शुक्ला को एडमिट कराये।दिनांक 20/21 को सतना मे मनीष शुक्ला का इलाज चलता रहा दिनांक 21 सितम्बर को दोपहर करीब 03.00 बजे मनीष शुक्ला की हालत ज्यादा खराब होने पर जबलपुर ले जाया गया जहां दिनांक 23/09/2022 को उनकी मृत्यु हो गई थी।

             घटना की सूचना श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय सतना आशुतोष गुप्ता (भा0पु0से0) को मिलते ही इस प्रकरण में एक विशेष टीम का गठन किया गया। शुरुआती दौर में मामला उलझा हुआ एवम आरोपियों की पहचान नहीं हो पाने से अत्यंत जटिल किस्म का रहा।मैहर थाना क्षेत्र में उक्त घटना के पर्दाफाश हेतु एक विशेष टीम को लगाया गया एवं मुखबिर तंत्र को मजबूत किया गया।साथ ही साथ एक टीम सीसीटीवी फुटेज को देखने के लिए लगाई गई एवं टेक्निकल एविडेंस जुटाने के लिए साइबर सेल टीम सतना को भी लगाया गया।

             मृतक के दोनों दोस्तों पुष्पेंद्र पटेल एवं नीलेश्वर गुप्ता ने शंका किया की जेपी सोनी मृतक की लोकैशन पूछता रहता था तब संदेह के आधार पर जेपी सोनी को अभिरक्षा मे लिया गया ।पूछताछ पर संदेही जेपी सोनी के मोबाइल के साथ छेड़छाड़ की स्थिति पाई गई जो मोबाइल को टेक्निकल टीम की मदद से चेक किया गया। जिसमें यह तथ्य सामने आया कि जेपी सोनी घटना दिनांक 19/09/2022 एवं घटना के एक दिन बाद दिनांक 20/09/2022 की वॉइस रिकॉर्डिंग नष्ट कर दी गई थी। जिसे विशेष टीम की सहायता से पुनः प्राप्त किया गया। जिसमें 19 तारीख की प्राप्त वॉइस रिकॉर्डिंग में चौका देने वाले तथ्य सामने आए जिसमें आगे विवेचना के आधार पर संपूर्ण प्रकरण का खुलासा हुआ और यह पाया गया कि केजेएस फैक्ट्री में मृतक मनीष शुक्ला सीटू ट्रेड यूनियन का अध्यक्ष था तथा KJS फैक्ट्री में मजदूरों की जायज मांगों को लेकर आए दिन प्रदर्शन करता था तथा फैक्ट्री प्रबंधन को मांग मनवाने को मजबूर करता था जिससे परेशान होकर फैक्ट्री के एचआर हेड संजय सिंह घटना के कुछ दिनों पूर्व सीसीआर बिल्डिंग में एक बैठक में समस्त आरोपियों को इस बात की जिम्मेदारी सौंपी कि मृतक मनीष शुक्ला बहुत ज्यादा बढ़ रहा है इसको निपटाना है,मनीष शुक्ला के सीटू ट्रैड यूनियन के बढ़ते प्रभाव के कारण फैक्ट्री मे अन्य ट्रैड यूनियन का वर्चस्व भी कम हो रहा था जिसके परिणाम स्वरूप फैक्ट्री प्रबंधन ने आरोपी मुकेश चतुर्वेदी एवं अन्य जेपी सोनी,आत्माराम शुक्ला,प्रमोद पटेल,अशोक सिंह,शिवलोचन द्विवेदी,रवि शुक्ल एवं उपेन्द्र पांडे ने षड्यंत्र के मुताबिक आत्माराम शुक्ल को यह जिम्मेदारी दी गई की वह अपने गुंडे बदमाश सहयोगियों को शामिल करेगा जिन्हे मनीष नहीं पहचानेगा तथा मृतक के साथ मारपीट कर उसकी हत्या करवा देगा।

                     इन सभी आरोपियों की प्रारम्भिक योजना के अनुसार दिनांक 18/09/2022 को मनीष शुक्ल पर हमला करने की योजना बनाई।इसके लिए आरोपियों ने KJS सीमेन्ट फैक्ट्री के कई स्थानों पर मनीष शुक्ल को खोजा किन्तु वह नहीं मिला तब जेपी सोनी ने मनीष के साथी पुष्पेंद्र पटेल को फोन लगाकर पूछा की जबलपुर मे हो क्या तब पुष्पेंद्र पटेल ने बताया की हम लोग रीवा मे यूनियन के कार्यक्रम मे आए है जहा भाषण चल रहा है तब यह बात समझकर की मनीष शुक्ला रीवा मे है और इसलिए आज नहीं मिल पाएगा आरोपियों ने दिनांक 18-09-22 को मनीष शुक्ल पर हमला करने की योजना कैन्सल कर दी और अगले दिन फिर से प्रयास करने की योजना बनाई थी।उस दिनांक को तो मनीष की किस्मत उसके साथ थी और वह बच गया वह तो रीवा गया ही नहीं था केवल उसके दोस्त पुष्पेंद्र पटेल और नीलेश्वर गुप्ता ही रीवा गए थे।                

                   योजनाबद्ध तरीके से घटना दिनांक 19 सितंबर को शाम को आत्माराम शुक्ला संजीव शुक्ला निवासी जीगनहाट, दीपू उर्मलिया निवासी पिपरोखर एवं रीशु परिहार निवासी पटौरा के साथ मैहर के लिए दो मोटरसाइकिल मे आए थे।एक मोटरसाइकिल मे आत्माराम शुक्ल और दीपू उरमालिया व दूसरी मोटरसाइकिल मे संजीव शुक्ल तथा रिशु परिहार थे और बाबा तालाब से आत्माराम एक मोटरसाइकिल में अलग हो गया एवं एक मोटरसाइकिल में संजीव शुक्ला ,दीपू उर्मलिया एवं रिशु परिहार हो गए ।तीनों केजेएस फैक्ट्री के पास बायपास में जाकर मृतक मनीष शुक्ला का इंतजार करने लगे रात्रि दस बजे  शिफ्ट खत्म करके जब मनीष शुक्ला फैक्ट्री से बाहर निकला तब अशोक सिंह द्वारा मनीष के डिस्कवर मोटरसाइकिल से निकलने की सूचना जेपी सोनी को मोबाइल से दी गई तब जेपी सोनी के साथ वहाँ पर मौजूद प्रमोद पटेल एवं आत्माराम शुक्ला ने मोबाइल से यह सूचना संजीव शुक्ला को दी जिस सूचना पर बाहरी तीनो आरोपियो ने मनीष का मोटर साइकिल से पीछा कर लिया और हरनामपुर बाईपास पर जाकर मृतक को अकेला पाकर मृतक के साथ मारपीट कर घटना घटित कर दी और घटना घटित करने उपरांत वापस अपने अपने घरों को चले गए।इस बीच घटना दौरान आत्माराम, प्रमोद पटेल एवं जेपी सोनी साथ में घटनास्थल से दूर उसी बाईपास में साथ में बैठे शराब पी रहे थे तथा बाद में मृतक मनीष की लोकेशन देने वाला अशोक सिंह भी उस शराब पार्टी में शामिल हुआ । घटना दिनांक 19 सितंबर को दोपहर 3:00 बजे जेपी सोनी ने केजेएस फैक्ट्री के मुकेश चतुर्वेदी से इसी घटना के संबंध में कोड में बात की जिसमें ऊपर से निर्देश मिलने पर मुकेश चतुर्वेदी द्वारा ₹200000 देने की बात रिकॉर्डिंग में मौजूद है जो उक्त घटनाक्रम में पुख्ता सबूत के रूप में सामने आई है जिसे प्राप्त करने में साइबर सेल टीम एवं पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी है ।

गिरफ्तार आरोपियों की भूमिकाये:

संजय सिंह की भूमिका: संजय सिंह वाइस प्रेसिडेंट एचआर केजेएस सीमेंट फैक्ट्री मैहर सीसीआर बिल्डिंग में समस्त आरोपियों के साथ बैठक का तय करना कि मनीष शुक्ला ज्यादा बढ़ रहा इसको निपटाना है और इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए घटनाक्रम की लगातार मानिटरिंग करना। मुकेश चतुर्वेदी की भूमिका: घटना दिनांक 19 सितंबर को दोपहर 3:00 बजे जेपी सोनी ने केजेएस फैक्ट्री के मुकेश चतुर्वेदी से इसी घटना के संबंध में कोड में बात की जिसमें ऊपर से निर्देश मिलने पर मुकेश चतुर्वेदी द्वारा ₹200000 देने की बात की है। जेपी सोनी की भूमिका: उत्कर्ष श्रमिक संगठन का सचिव है।समस्त आरोपियों के बीच समन्वय का कार्य किया है।जेपी सोनी मृतक की आवाजाही पर लगातार नजर रखे हुए था एवं घटना का मुख्य साजिशकर्ता है। प्रमोद पटेल की भूमिका: उत्कर्ष श्रमिक संगठन का कार्यवाहक अध्यक्ष है।प्रमोद पटेल भी साजिश मे शामिल था। आत्माराम शुक्ला की भूमिका: INTUC का उपाध्यक्ष है।यह भी साजिश कर्ता है तथा इसके ऊपर यह जिम्मेदारी थी ऐसे व्यक्तियों से घटना कारीत करवाना जो बाहर के हो और मृतक जिन्हें पहचान न सके।इसी ने तीन हमलावरो को बुलाया था। शिवलोचन द्विवेदी की भूमिका: यह केजेएस सीमेंट में हार्टिकल्चर में सुपरवाइजर के पद पर है।घटना के कुछ दिनो पहले मृतक द्वारा शिव लोचन द्विवेदी की गुरु माता के संबंध में अभद्र टिप्पणी की गई थी जिससे शिवलोचन द्विवेदी काफी क्रोधित था।यह आत्माराम शुक्ला की साजिश में शामिल था घटना दिनांक की शाम को घटना की तैयारी से सबंधित पूरी रिपोर्टिंग आत्माराम से प्राप्त किया है और घटनास्थल से कुछ दूर उपस्थित था।घटना के उपरांत इसने आत्माराम से बोला था की मृतक के मरने से मेरे कलेजे को ठंडक पहुची है। उपेंद्र पांडे की भूमिका: यह साजिशकर्ता आत्माराम का साला है तथा इंटक का कार्यवाहक अध्यक्ष है।षडयंत्र में शामिल था।समस्त योजना की जानकारी यह रखता था तथा घटना दिनांक को अपने गांव में रहकर मुख्य साजिश कर्ता जेपी सोनी के संपर्क में बना हुआ था एवं उसको गाइड कर रहा था।दिनांक 18-09-22 को जब मनीष शुक्ल को मारने के लिए खोजा जा रहा था और मनीष शुक्ल नहीं मिला था तब उपेन्द्र उर्फ श्याम पांडे ने कहा था की आज का काम बिगड़ गया,किस्मत के धनी है जिसकी रिकॉर्डिंग उपलब्ध है। अशोक सिंह की भूमिका: यह उत्कर्ष श्रमिक संगठन का सदस्य है।इसके द्वारा मुख्य साजिश कर्ता जेपी सोनी को लगातार मृतक की लोकेशन बताई गई एवं जब मृतक केजेएस से अपनी डिस्कवर मोटरसाइकिल से निकला है तब की सूचना जेपी सोनी को इसके द्वारा दी गई तथा बाद में साजिश कर्ताओ के साथ शराब पार्टी में शामिल हुआ। रवि शुक्ला की भूमिका: यह साजिशकर्ता आत्माराम का मित्र,सहयोगी है तथा ट्रेड यूनियन इंटक का कोषाध्यक्ष है।षडयंत्र में शामिल था।समस्त योजना की जानकारी यह रखता था।आत्माराम के लगातार संपर्क में था।घटना के अगले दिन आत्माराम शुक्ल से फोन पर पूछा था की हाथ पैर बचे क्या तब आत्माराम ने कहा था की इस तरह की बात फोन मे नहीं करना जिसकी विभिन्न रिकॉर्डिंग मौजूद है। संजीव शुक्ला उर्फ दादू की भूमिका: संजीव शुक्ला बाहर से बुलाए गए अज्ञात हमलावरों में से एक था और घटना मे प्रयुक्त मोटरसाइकिल यही चला रहा था जिसे मृतक नही जानता था और यह रिश्ते में मुख्य साजिशकर्ता आत्माराम का भतीजा है यह घटना में मोटरसाइकिल में बैठ कर दो अन्य अज्ञात हमलावरों जिन्हें मृतक नही जानता था को बैठाकर घटना घटित कराया एवं घटना घटित कराने के बाद वापस हमलावरों को गांव तक पहुंचाने का कार्य किया। दीपू उर्मलिया की भूमिका: (इसके विरुद्ध लूट,हत्या का प्रयास,आर्म्स ऐक्ट,मारपीट जैसे 7 अन्य गंभीर अपराध विभिन्न थानों मे दर्ज है।

तीन अज्ञात हमलावरों में से एक।फावड़ा के डंडे से मृतक के सर में प्रहार करने वाला।घटना के समय ज्यादा इसी का आक्रामक रुख रहा तथा इसी ने मृतक मनीष की बेदम पिटाई की थी।

रिशु परिहार की भूमिका: (इसके विरुद्ध लूट,आर्म्स ऐक्ट जैसे अन्य गंभीर अपराध विभिन्न थानों मे दर्ज है।)

तीन अज्ञात हमलावरों में से एक जो गाड़ी में बीच में बैठकर आया था तथा इसने हाथ और पैर से मृतक से मारपीट किया।

जप्त सामग्री:

घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल,07 नग मोबाइल फोन।

नाम पता गिरफ्तार आरोपी:

1 संजय सिंह पिता नन्द किशोर सिंह उम्र 55 वर्ष निवासी kjs फैक्ट्री थाना मैहर

2 मुकेश चतुर्वेदी पिता संत लाल चतुर्वेदी उम्र 52 वर्ष मैहर

3 जय प्रकाश सोनी उर्फ विक्की पिता स्व रामसुन्दर सोनी 40 साल राधाकृष्ण कालोनी वार्ड नं 24 थाना मैहर।

4 प्रमोद सिंह उर्फ गुड्डू पिता रामसोहावन सिंह 47 वर्ष राधाकृष्ण कालोनी मैहर।

5 शिवलोचन उर्फ सागर दुबेदी पिता स्व लक्ष्मी प्रसाद दुवेदी उम्र 38 वर्ष ग्राम सोनवारी वार्ड नं 3 थाना मैहर जिला सतना।

6 उपेंद्र कुमार पाण्डेय उर्फ श्याम जी पिता अवधेश पाण्डेय 36 साल ग्राम बन्दरहा वार्ड नं09 थाना उचेहरा हाल पता विधायक कालोनी कटिया वार्ड नं15 मैहर।

7 अशोक कुमार सिंह पिता गया सिंह उम्र42 साल निवासी ग्राम हरदासपुर अहरी टोला वार्ड नं11 थाना मैहर।

8 रवि शुक्ला उर्फ लाला पिता रामहेतु शुक्ला 36 वर्ष ग्राम सोनवारी वार्ड नं 4 थाना मैहर।

9 संजीव शुक्ला उर्फ दादू पिता रमाकांत शुक्ला उम्र 34 साल जिगनहट थाना सिटी कोतवाली सतना।

फरार आरोपी:

1. आत्माराम शुक्ला पिता तीरथ प्रसाद शुक्ल उम्र 43 वर्ष निवासी हरदोखर थाना नागौद सतना।

2.अमित उर्फ दीपू उर्मलिया पिता हरवंश उर्मलिया उम्र 23 वर्ष नि0 हरदोखर थाना नागौद सतना।

3.दीपांशु उर्फ रीषू पिता स्व0 योगेन्द्र सिंह उम्र 21 वर्ष नि0 पतौडा थाना नागौद सतना।

फरार आरोपियों मे से आरोपी दीपू उरमालिया एवं रिशु परिहार पेशेवर अपराधी है जिनका आपराधिक रिकार्ड निम्न है।

1)दीपू उरमालिया के अपराध:

क्र           अपराध क्र               धारा               थाने का नाम

1            546-21              25/27 आर्म्स ऐक्ट               सिविल लाइन सतना

2            425-21               394 आईपीसी,25/27 आर्म्स ऐक्ट              उचेहरा

3            73-19              294 323 506 507 34 आईपीसी               नागोद

4            147-19              341 294 506 507 34 आईपीसी               नागोद

5            183-19              294 323 324 34 आईपीसी               नागोद

6            194-20              307 34 आईपीसी               नागोद

7            770-21              394 आईपीसी               कोतवाली

 2)रिशु परिहार के अपराध:

क्र           अपराध क्र               धारा               थाने का नाम

1            770-21              25/27 आर्म्स ऐक्ट               सिविल लाइन सतना

2            425-21               394 आईपीसी,25/27 आर्म्स ऐक्ट              उचेहरा

सराहनीय भूमिका:

         अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री सुरेंद्र कुमार जैन,एसडीओपी मैहर श्री लोकेश डावर,थाना प्रभारी कोलगवा डीपी सिंह चौहान,थाना प्रभारी मैहर संतोष तिवारी, उप निरीक्षक हेमंत शर्मा,उप निरीक्षक गोविंद तिवारी, उप निरीक्षक संतोष उलाडी,उपनिरीक्षक अजय अहिरवार,सहायक उप निरीक्षक रणजीत सिंह, प्रधान आरक्षक अनिल बघेल,आरक्षक दिलीप द्विवेदी,आरक्षक सत्यनारायण गुप्ता, आरक्षक सौरभ लखेरा,आरक्षक संजय तिवारी,आर अनिल द्विवेदी, आरक्षक शिवम तिवारी, आरक्षक शैलेंद्र सिंह, प्र आरक्षक राघवेंद्र सिंह बघेल, प्रधान आरक्षक पुर्णेश पांडे, प्रधान रक्षक बृजेश सिंह प्रधान आरक्षक वाजिद खान। साइबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक अजीत सिंह,सहायक उपनिरीक्षक दीपेश पटेल,प्रधान आरक्षक वीपेंद्र मिश्रा,आरक्षक संदीप सिंह परिहार,आरक्षक सुशील द्विवेदी।