श्री आशुतोष गुप्ता पुलिस अधीक्षक महोदय सतना के कुशल निर्देशन एवं श्री एस के जैन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय सतना, ख्याति मिश्रा उप पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) सतना के मार्गदर्शन एवं थाना प्रभारी कोटर उनि श्रीराम सनोडिया के नेतृत्व में मिली कामयाबी।

घटना विवरण:-

दि. 26.06.22 को फरियादी बालकृष्ण पाण्डेय पिता जगदीश पाण्डेय उम्र 50 वर्ष निवासी गोरइया थाना कोटर का उपस्थित आकर इस आशय की रिपोर्ट किया कि दि. 25.06.22 को शाम करीब 08 बजे वह अपनी हार्डवेयर एवं खाद बीज भण्डार की दुकान बन्द करके अपने घर चला गया था। दि 26.06.22 को सुबह करीब 09.00 बजे वह अपनी दुकान आया तो देखा कि उसके दुकान का ताला टूटा था तथा सटर बंद था जब वह दुकान के अंदर जाकर देखा तो दुकान का सामान बिखरा पड़ा था एवं देखने पर पता चला कि 05 बोरी आई आर 64 इफ्को कंपनी का धान बीज हाईब्रिड बीज, फ्यूजी फ्लैक्स कीटनाशक, जैविक खाद एवं ओरियट कम्पनी के 04 बंडल तार चोरी हो गया है जिससे रिपोर्ट करने थाना आया हूँ कि रिपोर्ट पर थाना कोटर में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया दौरान विवेचना वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन पर थाना कोटर पुलिस द्वारा आरोपियों की पता तलाश के हर सम्भव प्रयास के बाद दिनांक 27.06.22 को चोरी गया सामान एवं चोरी में प्रयुक्त मोटर साइकल को चोरी में संलिप्त 03 आरोपियों के कब्जे से बरादम कर आरोपियों की गिरफ्तारी की गयी एवं आरोपियों को माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड में जेल भेजा गया।

पंजीबद्ध अपराध क्रमांक धारा

अप.क्र. 182/22 धारा 457, 380 ताहि

बरामद मशरुका

चोरी में प्रयुक्त मोटर सायकल बजाज विक्रांता क्र. MP53 MF1756 कीमती 1,00000 रुपये एवं चौरी में गया सामान 05 बोरी जैविक खाद, 06 बोरी धान, कीटनाशक दवा, 05 बंडल तार, कीमती 25000 रुपये (कुल कीमती  125000 रुपये)।

गिरफ्तार आरोपी

  1. अमन विश्वकर्मा पिता शिवशरण विश्वकर्मा उम्र 20 वर्ष निवासी गजिगवां थाना कोटर
  2. आशीष शुक्ला पिता प्रकाश नारायण शुक्ला उम्र 22 वर्ष निवासी गजिगवां थाना कोटर
  3. आशीष सिंह पिता सतानंद सिंह उम्र 18 साल निवासी गजिगवां थाना कोटर

सराहनीय भूमिका
थाना प्रभारी उनि श्रीराम सनोडिया, उनि मुलाम अहिरवार, उनि. बृजेंद्र तोमर, का. सउनि नरेश सिंह, सउनि बी.एल रावत, प्र. आर देवेन्द्र सिंह , आर विजय राय , आर.धीरज यादव, आर. प्रवीण तिवारी , आर. विपिन व्दिवेदी।