आज दिनांक 7 अगस्त 2022 को पुलिस अधीक्षक महोदय श्री आशुतोष गुप्ता के आदेश अनुसार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय श्री सुरेंद्र कुमार जैन के निर्देशन एवं डीएसपी मुख्यालय श्रीमती ख्याति मिश्रा के मार्गदर्शन में पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभागार में फिंगरप्रिंट एक्सपोर्ट उप निरीक्षक अजीत सिंह द्वारा 40 पुलिस अधिकारी कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण में प्रशिक्षणार्थियों को अंगुल चिन्ह विज्ञान की जानकारी अंगुल चिन्ह के प्रकार अंगुल चिन्ह की पुलिस विभाग में उपयोगिता आदि के बारे में विधिवत पीपीटी के माध्यम से बताया गया।आपको बताते चलें कि हाल ही में द क्रिमिनल प्रोसीजर (आइडेंटिफिकेशन) बिल 2022 पारित हुआ है।
अपराधियों के फिंगरप्रिंट स्लिप को 100% फिट और व्यवस्थित बनाने के लिए सभी प्रशिक्षणार्थियों से फिंगरप्रिंट स्लिप बनाने की विधि को बताते हुए बनवाया भी गया। प्रशिक्षण में फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट द्वारा पुलिस मुख्यालय भोपाल से उप पुलिस अधीक्षक निधि श्रीवास्तव उप पुलिस अधीक्षक मनोज राजपूत एवं जोनल प्रभारी उप पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र पांडे से भी मार्गदर्शन लिया गया है।
विदित हो कि नवंबर 2021 से एनसीआरबी की योजना NAFIS पर काम जोरों शोरों से चल रहा है।NAFIS अर्थात नेशनल ऑटोमेटेड फिंगरप्रिंट आईडेंटिफिकेशन सिस्टम इस योजना के आते ही मध्य प्रदेश पुलिस को बड़ी सफलता प्राप्त हुई है। आपको बताते चलें की इस योजना में दो चरण है जिसका पहला चरण लगभग पूरा हो चुका है एवं दूसरा चरण प्रक्रिया अधीन है।NAFIS सिस्टम से मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा पिछले 6 माह में 40 प्रकरण सफलतापूर्वक ट्रेस किए जा चुके हैं।
NAFIS की सफलता पूरी तरीके से डेटाबेस पर आधारित है जो भी आरोपी थाने में गिरफ्तार हो रहे हैं एवं न्यायालय में दंडित हो रहे हैं इन सभी आरोपियों की फिंगरप्रिंट स्लिप बनवा कर एक डेटाबेस तैयार किया जा रहा है जिसे की अपराधियों को पकड़ने में मदद मिलेगी।बैठक में उप निरीक्षक अजीत सिंह के अलावा सहायक उपनिरीक्षक आर के पटेल सहायक उपनिरीक्षक दीपेश कुमार प्रधान आरक्षक विपेंद्र मिश्रा प्रधान आरक्षक अस्लेंद्र सिंह चंदेल एवं आरक्षक संदीप सिंह परिहार उपस्थित रहे।